यह एक आम धारणा है कि सेक्शुअल रिलेशन की शुरुआत होते ही महिलाओं के
हिप्स और ब्रेस्ट का वजन बढ़ जाता है। हालांकि, यह एक पूर्ण मिथक है। सेक्स
के बाद औरत के कूल्हे और स्तनों का वजन क्यों बढ़ जाता है, इसके कोई
मनोवैज्ञानिक कारण नहीं है।
दरअसल, यह परेशानी उन लड़कियों में ज्यादा देखी जाती है, जिनकी शादी होने वाली होती है या शादी हुए कुछ महीने ही हुए हैं। इसलिए वे इससे निपटने के उपाय तलाशने लगती हैं। लेकिन इसका यह बिलकुल भी अर्थ नहीं है कि सेक्स से दूरी रखी जाए, क्योंकि सेक्स वैवाहिक संबंधों को सुखी बनाता है और भविष्य में दोनों के बीच सेक्स को लेकर दूरियां कभी नहीं आती।
अमेरिकन असोसिएशन ऑफ सेक्शुएलिटी एजुकेटर्स ऐंड थेरेपिस्ट्स के प्रेजिडंट पैटी ब्रिटन के मुताबिक सेक्स से शारीरिक सेहत और मानसिक सेहत दोनों को फायदा होता है।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि शादी के बाद वजन बढ़ जाता है। यह बात पुरुष और महिला, दोनों पर लागू होती है।
स्कॉटलैंड के रिसर्चर्स के मुताबिक, 24 महिलाओं और 22 पुरुषों पर की गई स्टडी में पाया गया कि जो लोग रेगुलर सेक्स करते रहे तनाव के प्रति उनका रिस्पॉन्स बेहतर रहा।
माना जाता है कि कई में महिलाओं के खून में स्पर्म आत्मसात हो जाता है और वह बाहर नहीं निकल पाता। लेकिन २-३ मिलीलीटर स्पर्म से मात्र १५ कैलोरी बढ़ती हैं। इसलिए सेक्स को मनोवैज्ञानिक रूप से वजन बढ़ने का सही तथ्य नहीं माना गया है। फिर भी शादी के बाद वजन बढ़ता है तो इसे सेक्स से ही जोड़कर देखते हैं।
हालांकि, वजन बढ़ने की वजह सेक्स और जेंडर कभी नहीं होता। अक्सर यह एक रिश्ते में मिलने वाले आराम और सुरक्षा की भावना के जुड़े होने की वजह से वजन बढ़ता है। कई रिसर्च से साबित भी हो चुका है कि शादीशुदा आदमी उन लोगों तुलना में ज्यादा भोजन करते हैं जो सिंगल रहते हैं।
बेहतर सेक्स हेल्थ का सीधा असर फिजिकल हेल्थ पर पड़ता है। विल्किस यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट्स के मुताबिक हफ्ते में एक या दो बार सेक्स करने से इम्यूनोग्लॉबिन नाम के एंटीबॉडी में बढ़ोतरी होती है।
अगर आप चाहते हैं कि शादी के बाद भी फिगर का संतुलन बना रहे तो रेगुलर एक्सरसाइज करें और हेल्दी डाइट को मेंटेन करें।
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दरअसल, यह परेशानी उन लड़कियों में ज्यादा देखी जाती है, जिनकी शादी होने वाली होती है या शादी हुए कुछ महीने ही हुए हैं। इसलिए वे इससे निपटने के उपाय तलाशने लगती हैं। लेकिन इसका यह बिलकुल भी अर्थ नहीं है कि सेक्स से दूरी रखी जाए, क्योंकि सेक्स वैवाहिक संबंधों को सुखी बनाता है और भविष्य में दोनों के बीच सेक्स को लेकर दूरियां कभी नहीं आती।
अमेरिकन असोसिएशन ऑफ सेक्शुएलिटी एजुकेटर्स ऐंड थेरेपिस्ट्स के प्रेजिडंट पैटी ब्रिटन के मुताबिक सेक्स से शारीरिक सेहत और मानसिक सेहत दोनों को फायदा होता है।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि शादी के बाद वजन बढ़ जाता है। यह बात पुरुष और महिला, दोनों पर लागू होती है।
स्कॉटलैंड के रिसर्चर्स के मुताबिक, 24 महिलाओं और 22 पुरुषों पर की गई स्टडी में पाया गया कि जो लोग रेगुलर सेक्स करते रहे तनाव के प्रति उनका रिस्पॉन्स बेहतर रहा।
माना जाता है कि कई में महिलाओं के खून में स्पर्म आत्मसात हो जाता है और वह बाहर नहीं निकल पाता। लेकिन २-३ मिलीलीटर स्पर्म से मात्र १५ कैलोरी बढ़ती हैं। इसलिए सेक्स को मनोवैज्ञानिक रूप से वजन बढ़ने का सही तथ्य नहीं माना गया है। फिर भी शादी के बाद वजन बढ़ता है तो इसे सेक्स से ही जोड़कर देखते हैं।
हालांकि, वजन बढ़ने की वजह सेक्स और जेंडर कभी नहीं होता। अक्सर यह एक रिश्ते में मिलने वाले आराम और सुरक्षा की भावना के जुड़े होने की वजह से वजन बढ़ता है। कई रिसर्च से साबित भी हो चुका है कि शादीशुदा आदमी उन लोगों तुलना में ज्यादा भोजन करते हैं जो सिंगल रहते हैं।
बेहतर सेक्स हेल्थ का सीधा असर फिजिकल हेल्थ पर पड़ता है। विल्किस यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट्स के मुताबिक हफ्ते में एक या दो बार सेक्स करने से इम्यूनोग्लॉबिन नाम के एंटीबॉडी में बढ़ोतरी होती है।
अगर आप चाहते हैं कि शादी के बाद भी फिगर का संतुलन बना रहे तो रेगुलर एक्सरसाइज करें और हेल्दी डाइट को मेंटेन करें।
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