आखिर कुछ महिलाएं सेक्स के दौरान आवाजें क्यो निकालती हैं आप यह प्रश्न
अगर किसी से पूछे तो बहुत संभव है कि वह इस बात का उत्तर देनें से बचे। हो
सकता है कुछ लोग कुछ बताएं भी लेकिन यह एक ऐसा सवाल है जिसको जानने की
जिज्ञासा हर आदमी में देखी जाती है।
आप ने उह आह आउच का साउंड ट्रैक सुना हो या नहीं लेकिन ओह गॉड ऐसा होता है और कुछ लोग सेक्स संबंधों के दौरान इस तरह की आवाजें निकालते हैं तो कुछ ऐसे भी है जो इस तरह की आवाजे सुनना पसंद करते हैं। आखिर क्यों
उह आह आउच की आवाज का जिक्र चलने पर आप किसी महिला की फैंटसी भरी आवाज की कल्पना करते हैं या अगर आप ने कहीं ऐसा सेक्सी वोकॅलाइजेशन सुना है तो आपको वह पल याद आ जाता है। सवाल है इस तरह की आवाजें अधिकांश महिलाएं ही क्यों निकालती है
क्या इस तरह की आवाजें आनंद की अभिव्यक्ति है क्या यह मनोरंजन की चरमअवस्था है या एक ऐसा तरीका जब इंसान मदहोशी के संसार में चला जाता है और सेक्स का नशा इस तरह से प्रकट होता है ये कुछ ऐसे प्रश्न है जिस पर विज्ञान का संसार बहुत कुछ कहता है। और विभिन्न संकेतो के साथ इन प्रश्नों का उत्तर वैज्ञानिक और मनोविज्ञान से जुड़े विशेषज्ञ देते हैं।
गेल ब्रेवर और कोलिन ए हैंडी इंसानों के सेक्सुअल व्यवहार पर शोध करते हुए सेक्स के दौरन इस तरह की आवाजों के कारणों को जानने का प्रयास किया है। दोनों ने अपने शोध में सेक्सुअली एक्टिव हेट्रोसेक्सुअल महिलाओं की सेक्सुअल लाइफ और उनकी आदतों को जानने का प्रयास किया है।
जब महिलाओं से इस यह पूछा गया कि क्या वे सेक्स के दौरान इस तरह की वोकॅलाइजेशन सेक्सी आवाजें उह आह आउच को अपने सेक्स चरमोत्कर्ष से जोड़कर देखती हैं अधिकांश महिलाओं ने इस बात का उत्तर हां में दिया लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हां लेकिन वे लेकिन यह पूरी तरह से उनका अपना सेक्सुअल अनुभव नहीं है।
महिलाओं में आर्गज्म में अधिकांशत फोर प्ले के दौरान अधिक देखा जाता है। इस दौरान महिलाओं में सेक्सी आवाजों उह आह आउच सुनी जाती है और यह मेल एजुकुलेशन के ठीक पहले और बाद में अधिक होता है। मतलब की महिलाए ऐसी आवाजें उस वक्त अधिक निकालती है जब पुरुष अपने चरम पर होता है उसके ठीक पहले और ठीक बाद में। सवाल उठता है क्यों
66 फीसदी महिलाओं का कहना है कि ऐसे समय में वे अपने पार्टनर के आर्गज्म को और अधिक बढ़ाने के लिए इस तरह की आवाजें निकालती है एक तरह से प्रेरित करती है।
92 फीसदी महिलाएं मानती है कि उह आह आउच की सेक्सी आवाजों के द्वारा वे अपने पार्टनर की आत्मसंतुष्ठी को बढ़ाने के लिए करती है। कुछ महिलाओं का कहना है कि इस तरह की आवाजों का मतलब अपने पार्टनर को रफ्तार बढ़ाने का सकेंत देना मानती हैं वहीं कुछ इसे दर्द थकान को दूर करने के लिए भी इस तरह की आवाजें निकालती है।
सेक्स एक ऐसा शब्द है जिसे बेहतर प्रदर्शन के तौर पर देखा जाता है और संगम साथी का आर्गज्म का उच्च लेवल इसकी सबसे बढ़ी विशेषता होती है। ऐसा नहीं है कि सेक्स में आवाजें केवल महिला और पुरुष के सेक्स के दौरान निकलती है बल्कि कई शोध के अनुसार जानवरों में भी सेक्स के दौरान एक विशेष प्रकार की आवाज सुनाई देती है।
इसके अलावा इंटरनेट पर पाए जाने वाले असंख्य पोर्न वीडियो के आर्काइव और उनकी लगातार उपलब्धता इस बात पर प्रभाव डालते है कि आखिर हम सेक्स पर क्या सोचते हैं। सेक्स के दौरान बोल्ड बातों का होना हेट्रोसेक्सुअल वुमन में देखा जाता है।
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आप ने उह आह आउच का साउंड ट्रैक सुना हो या नहीं लेकिन ओह गॉड ऐसा होता है और कुछ लोग सेक्स संबंधों के दौरान इस तरह की आवाजें निकालते हैं तो कुछ ऐसे भी है जो इस तरह की आवाजे सुनना पसंद करते हैं। आखिर क्यों
उह आह आउच की आवाज का जिक्र चलने पर आप किसी महिला की फैंटसी भरी आवाज की कल्पना करते हैं या अगर आप ने कहीं ऐसा सेक्सी वोकॅलाइजेशन सुना है तो आपको वह पल याद आ जाता है। सवाल है इस तरह की आवाजें अधिकांश महिलाएं ही क्यों निकालती है
क्या इस तरह की आवाजें आनंद की अभिव्यक्ति है क्या यह मनोरंजन की चरमअवस्था है या एक ऐसा तरीका जब इंसान मदहोशी के संसार में चला जाता है और सेक्स का नशा इस तरह से प्रकट होता है ये कुछ ऐसे प्रश्न है जिस पर विज्ञान का संसार बहुत कुछ कहता है। और विभिन्न संकेतो के साथ इन प्रश्नों का उत्तर वैज्ञानिक और मनोविज्ञान से जुड़े विशेषज्ञ देते हैं।
गेल ब्रेवर और कोलिन ए हैंडी इंसानों के सेक्सुअल व्यवहार पर शोध करते हुए सेक्स के दौरन इस तरह की आवाजों के कारणों को जानने का प्रयास किया है। दोनों ने अपने शोध में सेक्सुअली एक्टिव हेट्रोसेक्सुअल महिलाओं की सेक्सुअल लाइफ और उनकी आदतों को जानने का प्रयास किया है।
जब महिलाओं से इस यह पूछा गया कि क्या वे सेक्स के दौरान इस तरह की वोकॅलाइजेशन सेक्सी आवाजें उह आह आउच को अपने सेक्स चरमोत्कर्ष से जोड़कर देखती हैं अधिकांश महिलाओं ने इस बात का उत्तर हां में दिया लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हां लेकिन वे लेकिन यह पूरी तरह से उनका अपना सेक्सुअल अनुभव नहीं है।
महिलाओं में आर्गज्म में अधिकांशत फोर प्ले के दौरान अधिक देखा जाता है। इस दौरान महिलाओं में सेक्सी आवाजों उह आह आउच सुनी जाती है और यह मेल एजुकुलेशन के ठीक पहले और बाद में अधिक होता है। मतलब की महिलाए ऐसी आवाजें उस वक्त अधिक निकालती है जब पुरुष अपने चरम पर होता है उसके ठीक पहले और ठीक बाद में। सवाल उठता है क्यों
66 फीसदी महिलाओं का कहना है कि ऐसे समय में वे अपने पार्टनर के आर्गज्म को और अधिक बढ़ाने के लिए इस तरह की आवाजें निकालती है एक तरह से प्रेरित करती है।
92 फीसदी महिलाएं मानती है कि उह आह आउच की सेक्सी आवाजों के द्वारा वे अपने पार्टनर की आत्मसंतुष्ठी को बढ़ाने के लिए करती है। कुछ महिलाओं का कहना है कि इस तरह की आवाजों का मतलब अपने पार्टनर को रफ्तार बढ़ाने का सकेंत देना मानती हैं वहीं कुछ इसे दर्द थकान को दूर करने के लिए भी इस तरह की आवाजें निकालती है।
सेक्स एक ऐसा शब्द है जिसे बेहतर प्रदर्शन के तौर पर देखा जाता है और संगम साथी का आर्गज्म का उच्च लेवल इसकी सबसे बढ़ी विशेषता होती है। ऐसा नहीं है कि सेक्स में आवाजें केवल महिला और पुरुष के सेक्स के दौरान निकलती है बल्कि कई शोध के अनुसार जानवरों में भी सेक्स के दौरान एक विशेष प्रकार की आवाज सुनाई देती है।
इसके अलावा इंटरनेट पर पाए जाने वाले असंख्य पोर्न वीडियो के आर्काइव और उनकी लगातार उपलब्धता इस बात पर प्रभाव डालते है कि आखिर हम सेक्स पर क्या सोचते हैं। सेक्स के दौरान बोल्ड बातों का होना हेट्रोसेक्सुअल वुमन में देखा जाता है।
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