सेक्स करने का कोई निश्चित समय या स्थान नहीं होता। इंसान अपनी सुविधानुसार कभी भी उन पलों को जी सकता है। लेकिन नई रिसर्च का दावा है कि आदमी जब फ्रस्टेशन में होता है तो उसके दिमाग में सेक्स करने का ख्याल बार-बार आता है। पढ़ें पूरी खबर....
सेक्स से होते हैं तरोताजा
दिमाग में सेक्स का विचार कब और कैसे आता है। इसको लेकर तमाम रिसर्च की गई हैं। ऐसी है एक नई रिसर्च में पाया गया कि जब आदमी मानसिक रूप से परेशान होता है तो उसके दिमाग में अश्लील विचार आते हैं और उसकी सेक्स करने की प्रबल इच्छा होती है। हालांकि कुछ लोग तो उन पलों को यादगार बना लेते हैं लेकिन वहीं कुछ हस्तमैथुन का सहारा लेकर ही तरोताजा महसूस कर लेते हैं। रिसर्च के मुताबिक विपरीत परिस्थितियों के दौरान पुरुष में अधिक शारीरिक संबंध बनाने की प्रवृति देखने को मिलती है। इस अध्ययन को अंजाम देने वाले मनोविज्ञानी ओम्री गिलाथ के अनुसार, जब माहौल सुरक्षित होता है तब खाने-पीने की दिक्कत नहीं होती है और परिस्थितियां अनुकूल होती हैं। उस समय पुरुष अपने बच्चों और पत्नी के साथ भी खुश रह लेते हैं।
मौत से पहले पैदा कर लें बच्चे
मनोविज्ञानी बताते हैं कि हालात खराब होने पर पुरुष खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाते ऐसे में वह अल्पकालीन तरीके अपनाते हैं और सेक्स के प्रति उनका रुझान अचानक बढ़ जाता है। कैनसास यूनिवर्सिटी के रिसचर्स का यह भी कहना है कि अपनी मौत के बारे में सोचने वाले पुरुष भी अपनी मौत से पहले अधिक से अधिक बच्चें पैदा करना चाहते हैं। इस अनुसंधान के परिणामों को जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित किया जाना है।
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