फर्ज कीजिए की आप सो रहे हैं और आधी रात
में आपकी पार्टनर आपको उत्तेजित करने लगें तो आपको यह महसूस होगा कि आपका
पार्टनर ओर्गास्म यानि चरम सुख की तरफ बढ़ना चाहता है। दोनों के मिलन में
भी ज्यादातर युवकों को उनके पार्टनर की निकलने वाली ‘आह’ से पता चल जाता है
कि उनका पार्टनर अब चरम सुख को प्राप्त करने वाला है। लेकिन ऐसा आपको लगता
है, पर क्या वाकई महिलाएं चरम सुख पाती हैं या फिर इसका केवल नाटक ही करती
हैं।
सर्वे में हुआ खुलासा
अमेरिका में किए गए एक रिसर्च में पता चला कि महिलाएं अपने पार्टनर को और अधिक उत्तेजित करने के लिए ओर्गास्म का नाटक करती हैं। इस सर्वे में चरम सुख का एक मापडंड भी तैयार किया गया।
इस अध्यन के दौरान 350-400 यूनिवर्सिटी की उन महिलाओं को दो अलग अलग सर्वे दिए गए जिन्होंने ओर्गास्म यानि चरम सुख का अभिनय करने की बात को स्वीकारा था, जिसकी परिभाषा रिसर्च करने वालों ने कहा कि महिलाएं अपने शरीर और मौखिक संकेतों के ज़रिये किसी भी कारण से ऐसा दिखाती हैं या नाटक करती हैं जैसे की उन्हें चरम सुख मिला हो। सर्वे ने महिलाओं ने इस अभिनय के पीछे के उनके कारण को अंकित किया।
एक पहलू ये भी है
लेकिन इसके इतर एक और भी सच सामने आया जिसमें यह पता चला कि महिलाएं सेक्स के दौरान अपने मजे के लिए शरीर को हिलाती हैं और जोर-जोर से आहें भरती हैं, ऐसा करने में उन्हें खुद भी आनंद मिलता है। फिर ये बात उस सर्वे के पहले रिजल्ट को खारिज करती है जिसमें यह कहा गया है कि महिलाएं चरम सुख पाने का नाटक करती हैं।
दरअसल यह बात लगभग सभी को पता है कि 80 फीसदी महिलाएं सेक्स के दौरान पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होती हैं, इसलिए वह चरम सुख प्राप्त करने का नाटक करती हैं, ताकि उनके पार्टनर को बुरा ना लगें।
कुछ मौकों पर चरम सुख का दिखावा करना इस बात की तरफ इशारा करता है कि वह अब रतिक्रिया को खत्म करना चाहती हैं। महिलाओं का चरम सुख को प्राप्त न करना एक आम बात है और वह सिर्फ दिखावे के लिए ही ऐसा करती हो।
फिलहाल ये रिसर्च सिर्फ कुछ महिलाओं पर ही आधारित है, इसलिए जरूरी नहीं कि अगर आपके पार्टनर चरम सुख की तरफ बढ़ रहे हों तो आप उसे महज दिखावा समझें।
अमेरिका में किए गए एक रिसर्च में पता चला कि महिलाएं अपने पार्टनर को और अधिक उत्तेजित करने के लिए ओर्गास्म का नाटक करती हैं। इस सर्वे में चरम सुख का एक मापडंड भी तैयार किया गया।
इस अध्यन के दौरान 350-400 यूनिवर्सिटी की उन महिलाओं को दो अलग अलग सर्वे दिए गए जिन्होंने ओर्गास्म यानि चरम सुख का अभिनय करने की बात को स्वीकारा था, जिसकी परिभाषा रिसर्च करने वालों ने कहा कि महिलाएं अपने शरीर और मौखिक संकेतों के ज़रिये किसी भी कारण से ऐसा दिखाती हैं या नाटक करती हैं जैसे की उन्हें चरम सुख मिला हो। सर्वे ने महिलाओं ने इस अभिनय के पीछे के उनके कारण को अंकित किया।
एक पहलू ये भी है
लेकिन इसके इतर एक और भी सच सामने आया जिसमें यह पता चला कि महिलाएं सेक्स के दौरान अपने मजे के लिए शरीर को हिलाती हैं और जोर-जोर से आहें भरती हैं, ऐसा करने में उन्हें खुद भी आनंद मिलता है। फिर ये बात उस सर्वे के पहले रिजल्ट को खारिज करती है जिसमें यह कहा गया है कि महिलाएं चरम सुख पाने का नाटक करती हैं।
दरअसल यह बात लगभग सभी को पता है कि 80 फीसदी महिलाएं सेक्स के दौरान पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होती हैं, इसलिए वह चरम सुख प्राप्त करने का नाटक करती हैं, ताकि उनके पार्टनर को बुरा ना लगें।
कुछ मौकों पर चरम सुख का दिखावा करना इस बात की तरफ इशारा करता है कि वह अब रतिक्रिया को खत्म करना चाहती हैं। महिलाओं का चरम सुख को प्राप्त न करना एक आम बात है और वह सिर्फ दिखावे के लिए ही ऐसा करती हो।
फिलहाल ये रिसर्च सिर्फ कुछ महिलाओं पर ही आधारित है, इसलिए जरूरी नहीं कि अगर आपके पार्टनर चरम सुख की तरफ बढ़ रहे हों तो आप उसे महज दिखावा समझें।