रंगों का हमारी जिंदगी से काफी गहरा नाता है। आप चाहें तो रंगों से किसी
इंसान का मूड भी बदल सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि जिन लोगों का बेडरूम
पर्पल कलर का होता है वे सबसे अधिक सेक्स करते हैं। यह हमारा नहीं बिल्क
हाल ही में हुए एक शोध के कहना है। इस शोध में पाया गया कि जिन जोड़ों के
बेडरूम या बेडशीट भी पर्पल कलर की थी
उनकी सेक्स लाइफ ज्यादा उत्तेजना भरी और लंबी पाई गई थी और साथ ही यह भी पाया गया कि इस कलर का प्रयोग करने वाले सप्ताह में 3.5 बार सेक्स जरुर करते हैं।
वहीं दूसरी ओर जिन भी लोगों ने अपने बेडरूम या बेडशीट पर रेड कलर का प्रयोग किया है, वे भी सेक्स में अधिक लिप्त होते हैं। बेडरूम में रेड कलर का इस्तेमाल करने वाले आमतौर पर सप्ताह में 3.2 बार सेक्स करते हैं। यह सर्वे 2000 से अधिक व्यस्क जोड़ों पर किया गया था।
इसके अलावा नीले या आसमानी रंग का इस्तेमाल करने वाले इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आते हैं। नीले रंग के बेडरूम या बेडशीट का इस्तेमाल करने वाले जोड़े सप्ताह में 3.1 बार सेक्स करते हैं। ग्रे या स्लेटी कलर को सबसे कम उत्तेजक रंग माना गया है। स्लेटी रंग का इस्तेमाल करने वाले जोड़े आमतौर पर सेक्स के मामले में काफी उदासीन होते हैं।
Join us on Facebook
उनकी सेक्स लाइफ ज्यादा उत्तेजना भरी और लंबी पाई गई थी और साथ ही यह भी पाया गया कि इस कलर का प्रयोग करने वाले सप्ताह में 3.5 बार सेक्स जरुर करते हैं।
वहीं दूसरी ओर जिन भी लोगों ने अपने बेडरूम या बेडशीट पर रेड कलर का प्रयोग किया है, वे भी सेक्स में अधिक लिप्त होते हैं। बेडरूम में रेड कलर का इस्तेमाल करने वाले आमतौर पर सप्ताह में 3.2 बार सेक्स करते हैं। यह सर्वे 2000 से अधिक व्यस्क जोड़ों पर किया गया था।
इसके अलावा नीले या आसमानी रंग का इस्तेमाल करने वाले इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आते हैं। नीले रंग के बेडरूम या बेडशीट का इस्तेमाल करने वाले जोड़े सप्ताह में 3.1 बार सेक्स करते हैं। ग्रे या स्लेटी कलर को सबसे कम उत्तेजक रंग माना गया है। स्लेटी रंग का इस्तेमाल करने वाले जोड़े आमतौर पर सेक्स के मामले में काफी उदासीन होते हैं।
Join us on Facebook