क्या
इस अनियोजित मुलाकात के पीछे की मंशा सिर्फ सेक्स ही होती है? रिसर्च के
अनुसार ये बात इस पर निर्भर है कि फोन लड़के न किया है या लड़की ने। बूटी कॉल- यानि किसी का नंबर केवल सेक्स कि मंशा से मिलाना कहीं न कहीं अनौपचारिक रिश्तों और गंभीर संबंधों के बीच की बात है। नियमित
बूटी कॉल अक्सर अंतरंग रिश्तों में अनौपचारिक रिश्तों की अपेक्षा अधिक
देखे जाते हैं
- यानि जहाँ आप अपने पार्टनर के साथ नियमित रूप से सेक्स करते हैं और उनके साथ एक दोस्त की तरह बर्ताव करते हैं।
शोधकर्ताओं ने लगभग इस तरह के सेक्स न्योतों को नज़रअंदाज़ कर रखा था। फिर एक अमरीकी टीम ने इस बारे में और जानने की पहल की।उन्होंने इस बारे में और जानने का निर्णय किया जब एक लड़का किसी लड़की को सेक्स के लिए फोन करता है या एक लड़की लड़के को इस तरह की लघु मुलाकात का न्योता देती है, जिसके पीछे केवल सेक्स करने की मंशा हो।
उन्होंने लड़के या लड़की के इस न्योते को स्वीकारने के पीछे के 5 मुख्य कारणों का भी पता लगाया।
खिलाडी! रिसर्च टीम ने यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स को दो टीमों में विभाजित किया। पहले समूह से सिर्फ उन्होंने संख्या जानी, की बूटी कॉल करने वाले लड़के थे या लड़कियां? दूसरे समूह को शोधकर्ताओं ने कुछ और टटोला, 42 विद्यार्थियों से पूछा गया कि जब उन्हें ऐसा न्योता दिया गया तो क्या उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
लड़के और लड़कियों ने इस न्योते को ठुकराने या स्वीकारने के कारण बताये, जोकि \'मुझे खिलाडी महसूस हो रहा है\' से लेकर \'मुझे सुनकर हंसी आ गयी\' तक थे।
सेक्सी या नहीं? लड़कों कि तुलना में लड़कियों को ऐसे न्योते अधिक मिलते पाये गए और इस बात से शोधकर्ताओं को कोई आश्चर्य नहीं हुआ। लेकिन इस पेशकश के साथ फोन करना एक बात है, फोन करने वाले कि पेशकश स्वीकारना दूसरी बात है।
शोध के नतीजों ने दर्शाया कि 65 प्रतिशत मौकों पर इस पेशकश स्वीकार ली गयी। पेशकश के स्वीकारे जाने के पीछे फोन करने वाले के आकर्षक होने या न होने कि बात भी सामने आई। जी हाँ, शारीरिक आकर्षक्या लड़कों और लड़कियों की एक जैसी अपेक्षाएं हैं? यहीं आकर इस पूरे मुद्दे में लड़के और लड़कियों कि पसंद भिन्न हो गयी। लड़कों कि हाँ या ना सेक्स हो पाने की सम्भावना पर आधारित थीं।
वहीँ, दूसरी और लड़कियों का ध्यान सेक्स के अलावा बाकि चीज़ों पर भी था जैसे की पेशकश करने वाले लड़के का व्यक्तित्व।
लड़के और लड़कियों का इस पेशकश के प्रति नजरिया एक दूसरे से अलग था, शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला।
लड़कों के लिए मुख्य मुद्दा सिर्फ सेक्स था- रिश्ता गंभीर हो या नहीं, उनकी प्राथमिकता थी लड़की को सेक्स के लिए तैयार कर पाना। महिलाओं का ध्यान इस बात पर था की क्या ये अनौपचारिक सेक्स की पेशकश उनकी ज़िन्दगी में उस स्थिर रिश्ते को ला पायेगी जिसकी उन्हें तलाश है?
लड़कों के इस पेशकश को स्वीकारने के प्रमुख कारण सेक्सशारीरक आकर्षण सही समयलड़की की उपलब्धता लड़की की कामुकता� लड़कियों के हाँ कहने के पीछे के प्रमुख कारण वो अच्छा दोस्त हैशायद उसकी मंशा सिर्फ सेक्स नहीं हैवो आकर्षक है ही समय उसकी दिलचस्पी मुझमे है और उपलब्धता भी। इस संभावित मुलाकात के हो पाने या न हो पाने में निर्णायक भूमिका निभाता देखा गया
Join us on Facebook
- यानि जहाँ आप अपने पार्टनर के साथ नियमित रूप से सेक्स करते हैं और उनके साथ एक दोस्त की तरह बर्ताव करते हैं।
शोधकर्ताओं ने लगभग इस तरह के सेक्स न्योतों को नज़रअंदाज़ कर रखा था। फिर एक अमरीकी टीम ने इस बारे में और जानने की पहल की।उन्होंने इस बारे में और जानने का निर्णय किया जब एक लड़का किसी लड़की को सेक्स के लिए फोन करता है या एक लड़की लड़के को इस तरह की लघु मुलाकात का न्योता देती है, जिसके पीछे केवल सेक्स करने की मंशा हो।
उन्होंने लड़के या लड़की के इस न्योते को स्वीकारने के पीछे के 5 मुख्य कारणों का भी पता लगाया।
खिलाडी! रिसर्च टीम ने यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स को दो टीमों में विभाजित किया। पहले समूह से सिर्फ उन्होंने संख्या जानी, की बूटी कॉल करने वाले लड़के थे या लड़कियां? दूसरे समूह को शोधकर्ताओं ने कुछ और टटोला, 42 विद्यार्थियों से पूछा गया कि जब उन्हें ऐसा न्योता दिया गया तो क्या उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
लड़के और लड़कियों ने इस न्योते को ठुकराने या स्वीकारने के कारण बताये, जोकि \'मुझे खिलाडी महसूस हो रहा है\' से लेकर \'मुझे सुनकर हंसी आ गयी\' तक थे।
सेक्सी या नहीं? लड़कों कि तुलना में लड़कियों को ऐसे न्योते अधिक मिलते पाये गए और इस बात से शोधकर्ताओं को कोई आश्चर्य नहीं हुआ। लेकिन इस पेशकश के साथ फोन करना एक बात है, फोन करने वाले कि पेशकश स्वीकारना दूसरी बात है।
शोध के नतीजों ने दर्शाया कि 65 प्रतिशत मौकों पर इस पेशकश स्वीकार ली गयी। पेशकश के स्वीकारे जाने के पीछे फोन करने वाले के आकर्षक होने या न होने कि बात भी सामने आई। जी हाँ, शारीरिक आकर्षक्या लड़कों और लड़कियों की एक जैसी अपेक्षाएं हैं? यहीं आकर इस पूरे मुद्दे में लड़के और लड़कियों कि पसंद भिन्न हो गयी। लड़कों कि हाँ या ना सेक्स हो पाने की सम्भावना पर आधारित थीं।
वहीँ, दूसरी और लड़कियों का ध्यान सेक्स के अलावा बाकि चीज़ों पर भी था जैसे की पेशकश करने वाले लड़के का व्यक्तित्व।
लड़के और लड़कियों का इस पेशकश के प्रति नजरिया एक दूसरे से अलग था, शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला।
लड़कों के लिए मुख्य मुद्दा सिर्फ सेक्स था- रिश्ता गंभीर हो या नहीं, उनकी प्राथमिकता थी लड़की को सेक्स के लिए तैयार कर पाना। महिलाओं का ध्यान इस बात पर था की क्या ये अनौपचारिक सेक्स की पेशकश उनकी ज़िन्दगी में उस स्थिर रिश्ते को ला पायेगी जिसकी उन्हें तलाश है?
लड़कों के इस पेशकश को स्वीकारने के प्रमुख कारण सेक्सशारीरक आकर्षण सही समयलड़की की उपलब्धता लड़की की कामुकता� लड़कियों के हाँ कहने के पीछे के प्रमुख कारण वो अच्छा दोस्त हैशायद उसकी मंशा सिर्फ सेक्स नहीं हैवो आकर्षक है ही समय उसकी दिलचस्पी मुझमे है और उपलब्धता भी। इस संभावित मुलाकात के हो पाने या न हो पाने में निर्णायक भूमिका निभाता देखा गया
Join us on Facebook