गर्लफ्रेंड नहीं है, क्या करूं? समझ में नहीं आता कि कोई
लड़की दोबारा पलटकर देखती भी नहीं? पता नहीं उसे कैसे गर्लफ्रेंड मिल जाती
है? इन सवालों को सुनकर भले ही कुछ लोग हंस पड़ेंगे लेकिन सचाई है कि ये
कई लोगों के दिल में कुलबुलाते रहते हैं। लोग अक्सर ऐसी शिकायतें करते मिल
जाते हैं। अक्सर गलती हमारे अंदर ही होती है और हम दुनिया को दोष देते
फिरते हैं। इन बातों दीजिए जरा ध्यान, क्या ये कमियां आपमें भी हैं? अगर
हां, तो करिए इन्हें दूर फिर शायद आप भी हो जाएं लकी...
आप आकर्षक नहीं हैं
आप दिखने में अच्छे भले हो सकते हैं लेकिन आकर्षक दिखना एक अलग ही बात है। अगर आप खुद पर ध्यान नहीं देते, खुद पर सूट करने वाले कपड़े नहीं पहनते, फिट नहीं रहते तो आप इस मर्ज के शिकार हैं। एक बार खुद को आइने में देखिए, खुद से ईमानदारी से सवाल करिए कि क्या आप खुद को आकर्षक पाते हैं। अगर नहीं तो फिर कोई और कैसे आपको पसंद करेगा।
क्या आपको चांद चाहिए?
चांद पाना तो दूर वहां जाने के लिए भी ऐस्ट्रॉनॉट बनना पड़ता है। अक्सर लोग अपने साथी की तलाश में बड़ी उम्मीद लेकर चलते हैं। सपने होते हैं कि वह ऐसी होगी, वैसी होगी। इसमें कुछ बुरा नहीं है। उम्मीद पर तो दुनिया कायम है लेकिन वास्तविकता भी ख्याल रखें। वैसे भी खूबसूरती देखने वाले की आंखों में होती है।
हम किसी से कम नहीं
आपको अगर लगता है कि दुनिया आपके चारों ओर घूमती है तो आप गलत हैं। अपनी तारीफों के पुल बांधना छोड़िए और जमीन पर उतर आइए। अपने सामने वाले पर भी ध्यान दीजिए। उनका सम्मान करिए, उन्हें इंप्रेस कीजिए और फिर देखिए बदले में क्या-क्या मिलता है।
जो डर गया अकेले घर गया
बात करने से ही तो बात बनती है। अगर आप किसी को अपने दिल की बात बताएंगे नहीं तो मामला आगे कैसे बढ़ेगा। रिजेक्शन तो लाइफ में कई चीजों में होता है। कोशिश करना जरूरी है। जरा हिम्मत जुटाइए, वर्ना अफसोस ही करते रह जाएंगे।
दिल से दिल की बात चले
अक्सर हमें लगता है गुड लुक्स, पैसा, अच्छे कपड़ों, गाड़ी जैसी चीजों के बिना कोई आपको पसंद नहीं करेगा। लेकिन अगर आपको सच्चे साथी की तलाश है तो इन बातों को भूल जाइए। बस थोड़ा खुद को फिट और प्रजेंटेबल रखें, दिल की बात सुनिए और मिल जाएगा कोई न कोई प्यार करनेवाला।
आप आकर्षक नहीं हैं
आप दिखने में अच्छे भले हो सकते हैं लेकिन आकर्षक दिखना एक अलग ही बात है। अगर आप खुद पर ध्यान नहीं देते, खुद पर सूट करने वाले कपड़े नहीं पहनते, फिट नहीं रहते तो आप इस मर्ज के शिकार हैं। एक बार खुद को आइने में देखिए, खुद से ईमानदारी से सवाल करिए कि क्या आप खुद को आकर्षक पाते हैं। अगर नहीं तो फिर कोई और कैसे आपको पसंद करेगा।
क्या आपको चांद चाहिए?
चांद पाना तो दूर वहां जाने के लिए भी ऐस्ट्रॉनॉट बनना पड़ता है। अक्सर लोग अपने साथी की तलाश में बड़ी उम्मीद लेकर चलते हैं। सपने होते हैं कि वह ऐसी होगी, वैसी होगी। इसमें कुछ बुरा नहीं है। उम्मीद पर तो दुनिया कायम है लेकिन वास्तविकता भी ख्याल रखें। वैसे भी खूबसूरती देखने वाले की आंखों में होती है।
हम किसी से कम नहीं
आपको अगर लगता है कि दुनिया आपके चारों ओर घूमती है तो आप गलत हैं। अपनी तारीफों के पुल बांधना छोड़िए और जमीन पर उतर आइए। अपने सामने वाले पर भी ध्यान दीजिए। उनका सम्मान करिए, उन्हें इंप्रेस कीजिए और फिर देखिए बदले में क्या-क्या मिलता है।
जो डर गया अकेले घर गया
बात करने से ही तो बात बनती है। अगर आप किसी को अपने दिल की बात बताएंगे नहीं तो मामला आगे कैसे बढ़ेगा। रिजेक्शन तो लाइफ में कई चीजों में होता है। कोशिश करना जरूरी है। जरा हिम्मत जुटाइए, वर्ना अफसोस ही करते रह जाएंगे।
दिल से दिल की बात चले
अक्सर हमें लगता है गुड लुक्स, पैसा, अच्छे कपड़ों, गाड़ी जैसी चीजों के बिना कोई आपको पसंद नहीं करेगा। लेकिन अगर आपको सच्चे साथी की तलाश है तो इन बातों को भूल जाइए। बस थोड़ा खुद को फिट और प्रजेंटेबल रखें, दिल की बात सुनिए और मिल जाएगा कोई न कोई प्यार करनेवाला।